गाजियाबाद। प्रत्येक वर्ष सात मई को वर्ल्ड अस्थमा दिवस मनाया जाता है। वर्ल्ड अस्थमा दिवस से एक दिन पूर्व राजनगर स्थित आईएमए भवन में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की ओर से प्रेस कान्फ्रेंस कर लोगों को सुरक्षित रहने और बचाव के टिप्स दिए। छाती रोग विशेषज्ञ डाक्टर आशीष अग्रवाल, डाक्टर वीबी जिंदल व आईएमए की चेयरपर्सन डाक्टर वाणीपुरी रावत ने विशेष जानकारी साझा की और उससे बचाव व सुरक्षित कैसे रह सकते हैं इसके बारे में विस्तार से बताया। डाक्टर आशीष अग्रवाल ने एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि भारत में जहां अस्थमा के रोगी प्रत्येक वर्ष बढ़ते जा रहे हैं वहीं उत्तर प्रदेश में अस्थमा के पूरे भारत में सबसे अधिक रोगी हैं। उन्होंने कहा कि अप्रैल और मई माह तो अस्थमा रोगियों के लिए बेहद ही कष्टदायक होता है और इन दो माह में विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि गेहूं की कटाई के कारण उसके कण सांस की नली को प्रभावित करते हैं। उन्होंने अस्थमा के लिए इन्हेलर का प्रयोग करने की सलाह दी जबकि दवाइयों का सेवन कम करने की बात कही।