गाजियाबाद। एक मई से लापता भट्टा व्यापारी देवेन्द्र शर्मा के 24 वर्षीय पुत्र योगेन्द्र की मेरठ में हत्या कर दी गई, हत्या के बाद उसके शव को जमीन में दबा दिया गया। पुलिस ने आरोपी विकास को गिरफ्तार कर शव को बरामद कर लिया है। बताया जा रहा है कि 40 हजार रुपये के लिए हत्या की गई है। पुलिस अभी मामले की जांच कर रही है। जानकारी के अनुसार गाजियाबाद के नंदग्राम के सिकरोड गांव के रहने वाले देवेंद्र शर्मा भट्टा व्यापारी हैं। देवेंद्र ने बताया कि उनकी दो बेटी और 24 वर्षीय बेटा योगेंद्र उर्फ गोलू था। योगेंद्र सिकरोड पर ही बीके ट्रेडर्स के नाम से भट्ठे का कारोबार कर रहा था। एक मई को योगेंद्र आॅफिस बंद करके घर के लिए चला था, लेकिन घर नहीं पहुंचा। इसके बाद परिवार के लोगों ने नंदग्राम थाने में योगेंद्र की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। पुलिस को योगेंद्र की बाइक हापुड़ जिले के अजराड़ा निवासी विकास के गैराज में खड़ी मिली। विकास का कहना था कि योगेंद्र बाइक को उसके गैराज में खड़ी कर गया था। उसके बाद उसकी योगेन्द्र से बात नहीं हुई, तभी से पुलिस लगातार योगेंद्र को तलाश रही थी। विकास भी योगेंद्र के परिजनों साथ तलाश में लगा था। बाद में परिजनों द्वारा विकास पर शक जाहिर करने के बाद पुलिस ने विकास से पूछताछ की। विकास के बदलते बयानों से पुलिस को शक हुआ। इसके बाद सख्ती से पूछताछ की गई। जिस पर विकास टूट गया और उसने सारा सच उगल दिया। शनिवार को नंदग्राम पुलिस आरोपी विकास को साथ लेकर दौराला के सिवाया गांव में पहुंची। जहां घटनास्थल पर खुदाई करते हुए पुलिस ने गड्ढे में दबाया गया योगेंद्र का शव बरामद कर लिया।